
बलिया, जेकरा के “बागी” कहल जाला, उ हमेशा से राष्ट्रभक्ति में अव्वल रहल बा। आज जब भारत आ पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद सीज़फायर भइल, तब बलिया के जनता सीधे बोले लागल – “ई त बस चुप्पी के शोर बा, पाकिस्तान पर भरोसा कइसे होई?”
पटना बोलेला – शांति ठीक बा, बाकिर जब ले आतंकवाद रही, तब ले भारत के जवाब भी ज़रूरी बा
गलियन से आईल आवाज:
शमीम अख्तर कहले:
“भारत के चुप्पी बहुत कुछ कहत बा। पाकिस्तान के समझ में आ गइल कि ई नया इंडिया ह, जवना से टकरावे में घाटा बा। हम मुस्लिम जरूर बानी, बाकिर देश के सुरक्षा से बड़ा कुछ नइखे।”
गुलाम हुसैन बोले:
“हमनी के इस्लाम अमन सिखावेला, बाकिर पाकिस्तान जे करत बा उ अमन के खिलाप बा। भारत के फौज सही रुख पकड़ले बा।”
राकेश राय कहले:
“हम त शुरू से कहत रहीं – गोली चले, बाकिर ई पाकिस्तान सुधरी तब न! अब सीज़फायर भइल बा, देखीं कब तक निभावेला।”
राहिला बानो कहलीं:
“हम चाहतानी कि सीमा पर शांति रहे, बाकिर भारत के कमजोर समझ के कोई गलती ना कर सके।”
हरेंद्र यादव बोले:
“सीज़फायर तबे टिके जब दिल साफ होखे। पाकिस्तान के नीयत देख के लागेला कि ई कुछ दिन के ड्रामा बा। भारत के हर पल तैयार रहे के चाहीं।”
बलिया बोले – देश से ऊपर कुछ ना
बलिया के अवाम चाहे हिन्दू होखे चाहे मुसलमान, सब लोग एक सुर में कहता –
“भारत के मजबूती से पाकिस्तान के कमजोरी उजागर हो गइल। सीज़फायर झुकाव नइखे, ई भारत के चेतावनी बा।”
बलिया के लोग जइसन बोलेला, ओइसन करे वाला भी ह।
यहाँ राय भी बगावत से कम ना – अगर देश पर आंच आई, त बलिया सबसे आगे पाई!
“सीज़फायर ठीक बा, बाकिर भरोसा नइखे – पाकिस्तान के इलाज अब मीठा गोली से ना, सटीक प्रहार से होई।”
भोपाल की जनता बोली – सीज़फायर ठीक है, लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा नहीं